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मृगशिरा नक्षत्र ज्योतिष रहस्य – Mrigshira Nakshatra Vedic Astrology

अभी तक हमने अश्विनी,भरनी, कृतिका और रोहिणी नक्षत्र के बारे में जाना । आज की हमारी चर्चा मृगशिरा नक्षत्र पर केंद्रित होगी । यदि आपके कोई सवाल हैं अथवा आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट ( jyotishhindi.in ) पर विज़िट कर सकते हैं । आपके प्रश्नों के यथासंभव समाधान के लिए हम वचनबद्ध हैं ।



मृगशिरा नक्षत्र वैदिक ज्योतिष में – Mrigshira Nakshatra in Vedic Astrology

मृगशिरा नक्षत्र तीन तारों से मिलकर बना है और आकाशमण्डल में इसकी आकृति हिरन के सर के सामान दिखाई देती है । यह नक्षत्र २३.20 डिग्री वृष राशि से ६.४० डिग्री मिथुन राशि तक गति करता है ।

नक्षत्र स्वामी : मंगल ( १० डिग्री से २३.२० डिग्री )

नक्षत्र देव : चन्द्रमा

राशि स्वामी : शुक्र व् बुद्ध ( प्रथम दो चरण वृष राशि में और अंतिम दो चरण मिथुन में आते हैं )

विंशोत्तरी दशा स्वामी : मंगल

चरण अक्षर : बे, बो, क, की

वर्ण : प्रथम दो पद वैश्य और अंतिम दो पद शूद्र जानकार विचारें

गण : देव

योनि : सर्प

नाड़ी : मध्य

प्रथम चरण : सूर्य

द्वितीय चरण : बुद्ध

तृतीय चरण : शुक्र

चतुर्थ चरण : मंगल

वृक्ष : खैर

मृगशिरा नक्षत्र जातक की कुछ विशेषताएं व् जीवन- Mrigshira Nakshatra Jatak Characteristics & Life:

रोहिणी नक्षत्र की तरह ही मृगशिरा नक्षत्र में जन्मे जातक निसंदेह आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं । देव गण देवत्व का प्रतीक है । ये जातक देवताओं की तरह करुणाशील होते हैं । सर्प की तरह तीव्र सेंसेस के मालिक और हिरन की तरह चौकन्ने भी होते हैं । परन्तु आवश्यकता से अधिक भरोसा इन्हें मुश्किल में डाल देता है । अपने काम से काम रखने वाले ऐसे जातक लम्बे कद काठी, सुन्दर नैन नक्श और कमजोर कन्धों वाले होते हैं । देखने में जितने तेज तर्रार लगते हैं उतने होते नहीं हैं । अपने आस पास रहने वाले लोगों में किसी पर भी भरोसा कर लेते हैं और षड्यंत्र का शिकार होते हैं ।

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मृगशिरा नक्षत्र के जातक/ जातिका की मैरिड लाइफ Mrigshira jatak/jatika married life :

इस नक्षत्र के जातक की मैरिड लाइफ बहुत सफल नहीं कही जा सकती । वहीँ इस नक्षत्र की जातिकाएँ अक्सर ज़ुबान की तेज देखि गयी हैं जिस वजह से इनकी भी शादीशुदा ज़िंदगी उतनी अच्छी नहीं रहती ।


मृगशिरा नक्षत्र जातक का स्वास्थ्य Mrigshira nakshtr jaataka health :

मृगशिरा नक्षत्र के जातक के कन्धों व् टांगों से सम्बंधित समस्याएं लगातार बनी रहती हैं । वहीँ इस नक्षत्र से प्रभावित जातिकाओं को मासिक धर्म व् सेक्स सम्बन्धी बीमारियों से दो चार होना पड़ता है ।

मृगशिरा नक्षत्र जातक शिक्षा व् व्यवसाय – Mrigshira Nakshatra jatak Education & business :

चंचल स्वभाव के ऐसे जातक अक्सर प्रोफेशन बदलते देखे गए हैं । ये बार बार प्रोफेशन बदलते हैं जिस वजह से स्टेबल होने में दिक्कत आती है । ये कम्युनिकेशन के कार्य में बहुत बेहतर होते हैं । उच्च कोटि के लेखक, अनुसंधानकर्ता, वास्तुकार, प्रशासक, अभिनेता, संगीत, शिक्षक, कवि, ज्योतिषी, इंजीनियर्स, संचारक, रियल एस्टेट, यात्रा से संबंधित नौकरियों, कपड़ा, वस्त्र, दर्जी, पशु ट्रेनर भी हो सकते हैं ।

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